उत्तराखंड में मानसून की विदाई के बाद हिमपात का क्रम हुआ तेज, पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ने लगी ठिठुरन
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की विदाई के बाद हिमपात का क्रम तेज हो गया है। शीतकाल की शुरुआत के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ गई है। यमुनोत्री धाम में सीजन का पहला हिमपात हुआ है, जबकि हेमकुंड साहिब के साथ ही अन्य धाम में हल्का हिमपात जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन चोटियों पर हिमपात और चारधाम यात्रा पड़ावों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
15 अक्टूबर को उत्तराखंड से मानसून विदा हुआ
सामान्य से करीब दो सप्ताह विलंब से 15 अक्टूबर को उत्तराखंड से मानसून विदा हुआ। इस दौरान प्रदेश में मानसून की वर्षा सामान्य से कुछ अधिक रही। हालांकि, अब प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आसमान साफ है। लेकिन, पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते दो सप्ताह से केदारनाथ की चोटियों में रुक-रुककर हिमपात। केदारनाथ की चोटियों में बीते दो सप्ताह से रुक-रुककर हिमपात हो रहा है। इसके अलावा मंगलवार को गंगोत्री, यमुनोत्री में भी हिमपात हुआ। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी दर्ज की गई। कुमाऊं मंडल में सीमांत पिथौरागढ़ जिले की चोटियों और आदि कैलास क्षेत्र में हिमपात और चंपावत में अंधड़ के साथ झमाझम वर्षा हुई। इससे ऊंचाई वाले हिस्सों में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आगे भी हिमालय की ऊंची चोटियों पर हिमपात का क्रम जारी रहेगा।
प्रदेश में अगले दो दिन उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हो सकता है। निचले क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।